Gold Rate Today

1. सोने की कीमतों में हालिया उतार-चढ़ाव

मई 2025 में, भारत में सोने की कीमतों में उल्लेखनीय उतार-चढ़ाव देखा गया। 31 मई 2025 को, 24 कैरेट सोने की कीमत ₹9,731 प्रति ग्राम थी, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत ₹8,920 प्रति ग्राम रही । हालांकि, 29 मई को, सोने की कीमतों में ₹44 प्रति ग्राम की गिरावट दर्ज की गई, जो निवेशकों के लिए चिंता का विषय बना ।

इस उतार-चढ़ाव के पीछे कई वैश्विक और स्थानीय कारक जिम्मेदार हैं, जैसे अमेरिकी नीतियों में बदलाव, डॉलर की मजबूती, और घरेलू मांग में कमी।

2. निवेश के रुझान: पारंपरिक से डिजिटल की ओर

उच्च कीमतों के कारण पारंपरिक आभूषणों की मांग में गिरावट आई है। इसके विपरीत, निवेशकों का रुझान गोल्ड ईटीएफ (ETF) और डिजिटल गोल्ड की ओर बढ़ा है। 2025 की पहली तिमाही में, गोल्ड ETF में निवेश 170% बढ़कर 552 टन तक पहुंच गया ।

इस बदलाव का मुख्य कारण है निवेशकों की सुरक्षित और तरल संपत्ति की तलाश, जो उन्हें डिजिटल माध्यमों में मिल रही है।

3. आभूषण उद्योग में परिवर्तन

उच्च कीमतों के कारण, उपभोक्ताओं का रुझान पारंपरिक सोने से हटकर स्टडेड ज्वेलरी और छोटे साइज के सॉलिटेयर की ओर बढ़ा है। विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 में बांग्लारू आभूषणों की मांग में दो अंकों की वृद्धि हो सकती है, विशेषकर विवाह सीजन के दौरान ।

4. सोने की तस्करी: एक बढ़ती हुई चिंता

उच्च कीमतों ने सोने की तस्करी को बढ़ावा दिया है। हाल ही में, मुंबई एयरपोर्ट पर 5.75 किलोग्राम सोना जब्त किया गया, जिसकी कीमत ₹5.10 करोड़ थी । इसके अलावा, नासिक में ₹4.5 करोड़ मूल्य का सोना और चांदी जब्त की गई, जिसमें एक जौहरी और उसका कर्मचारी शामिल थे।

इन घटनाओं से स्पष्ट है कि तस्करी नेटवर्क सक्रिय हैं और अधिकारियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।

5. सरकारी नीतियां और विनियमन

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन पर नए नियम प्रस्तावित किए हैं, जिनका उद्देश्य छोटे उधारकर्ताओं की सुरक्षा है। हालांकि, वित्त मंत्रालय ने इन नियमों में कुछ छूट की मांग की है, ताकि ₹2 लाख से कम के लोन लेने वाले प्रभावित न हों।

इसके अलावा, सरकार ने सोने की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए सीमा शुल्क अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।

6. भविष्य की संभावनाएं

विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 में सोने की कीमतों में 15% से 18% तक की वृद्धि हो सकती है। हालांकि, उच्च कीमतों के कारण आभूषणों की मांग में गिरावट की संभावना है, जबकि निवेश के अन्य रूपों, जैसे गोल्ड ETF और डिजिटल गोल्ड, की मांग बढ़ सकती है।

निष्कर्ष

मई 2025 में, भारत में सोने का बाजार कई परिवर्तनों से गुजर रहा है। उच्च कीमतों ने उपभोक्ताओं और निवेशकों दोनों के व्यवहार में बदलाव लाया है। जहां एक ओर पारंपरिक आभूषणों की मांग में गिरावट आई है, वहीं डिजिटल और निवेश-आधारित विकल्पों की लोकप्रियता बढ़ी है। सरकार और नियामक निकायों को चाहिए कि वे इन परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए नीतियां बनाएं, ताकि बाजार स्थिर और पारदर्शी बना रहे।

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